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Employee of the Month

Loan Disbursement Status

  • Total No. District 33

  • Total No. Block 241

  • Total No. CLF 697

  • Total No. VO 8464

  • Total No. SHG 33210

  • Total No. SHG Members 125934

  • Total Disbursement Current Financial Year 1238204354

  • Total Disbursement Previous Financial Year 2262602387

About Schemes

Samarath Sakhi Rin Yojna

राजीविका कैडर जो स्वयं सहायता समूहों के मानदेय प्राप्त सदस्य है, उक्त योजना के अन्तर्गत राजस्थान महिला निधि से ऋण प्राप्ति हेतु पात्र होंगे। महिला निधि से समर्थ सखी ऋण योजना का उद्देश्य नए इंजन चालित दोपहिया वाहन (स्कूटी, स्कूटर गीयर, स्वचालित इलेक्ट्रिक क्ट्रिक बाइक सहित) की खरीद के लिए ऋण प्रदान करना। योजना में पुराने दुपहिया वाहन की खरीद अनुमत नहीं है।

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Mukhyamantri LakhPati Didi

लखपति दीदी एक स्वयं सहायता समूह की सदस्य होती हैं जिनकी वार्षिक घरेलू आय ₹1,00,000 से अधिक होती है। वित्तीय सफलता के अलावा, वे स्थायी आजीविका पद्धतियों को अपनाकर और एक सभ्य जीवन स्तर प्राप्त करके भी प्रेरणा देती हैं। स्वयं सहायता समूह सामूहिक कार्रवाई, वित्तीय साक्षरता और कौशल विकास के माध्यम से इस यात्रा में सहयोग करते हैं और सदस्यों को उद्यमशीलता के लिए सशक्त बनाते हैं। सरकार इस पहल का सक्रिय रूप से समर्थन करती है, विविध आजीविका गतिविधियों को बढ़ावा देती है और रणनीतिक योजना और कार्यान्वयन के लिए विभिन्न क्षेत्रों में सहयोग को बढ़ावा देती है।

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Suvidha Rin Yojna

ग्रामीण क्षेत्र में राजीविका महिला स्वयं सहायता समूह के सदस्य योजना के अन्तर्गत राजस्थान महिला निधि से ऋण प्राप्ति हेतु पात्र होंगे। महिला निधि से सुविधा ऋण योजना का उद्देश्य .ऋण राशि 24 माह मे समान मासिक किश्तों में .घर की आवश्यकताओं के लिए 15 हजार रूपये .बच्चों की शिक्षा के लिए 25 हजार रूपये .घर में शादी के लिए 25 हजार रूपये .कर्ज चुकाने के लिए 25 हजार रूपये .आय-अर्जन (कृषि एवं गैर-कृषि) गतिविधियों के लिए अधिकतम 40 हजार रूपये

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About Rajasthan Mahila Nidhi

राजस्थान महिला निधि, ग्रामीण विकास मंत्रालय, भारत सरकार के दिशा-निर्देशों के अनुरूप देश की प्रथम राज्य स्तरीय सहकारी संस्था है जो राजस्थान ग्रामीण आजीविका विकास परिषद् (राजीविका) द्वारा प्रोन्नत महिला स्वय सहायता समूहों के सदस्यों को उनकी रोजमर्रा की आवश्यकताओं एवं आय-अर्जन गतिविधियों हेतु सरल ऋण उनके द्वार पर ही उपलब्ध करवा रही है। यह महिला सशक्तिकरण की दिशा में एक महत्त्वपूर्ण पहल है। इस संस्था की स्थापना 10 अगस्त 2022 को की गई। ऋण आवेदन प्रक्रिया आधुनिक मोबाइल तकनीक पर आधारित है जिसमे स्वय सहायता समूह की महिलाओं को ऋण स्वीकृत करवाने के लिए अपने ही द्वार पर ऑनलाईन आवेदन करने की सुविधा उपलब्ध है। राजस्थान महिला निधि के फील्ड स्टाफ स्वयं सहायता समूह के ऋण आवेदन (टेबलेट) कम्प्यूटर के माध्यम से सीधे प्रधान कार्यालय को प्रस्तुत कर 48 घण्टे में चालीस हजार रूपये तक की ऋण राशि स्वयं सहायता समूह के बचत खातों में अंतरित की जाती है। उपरोक्त वितरित ऋण की बसूली समान मासिक किश्तो में डिजीटल पैमेन्ट गेट-वे प्लेटफॉर्म यथा पेटीएम, फोन-पे. गूगल-पे इत्यादि पर भारत बिल भुगतान प्रणाली (बीबीपीएस) के माध्यम से जमा करने की सुविधा उपलब्ध है। एक लाख रूपये तक के ऋण पर राज्य सरकार की वर्तमान में 8 प्रतिशत ब्याज अनुदान सहायता के फलस्वरूप स्वयं सहायता समूहों को यह ऋण 2.5 प्रतिशत वार्षिक ब्याज दर पर उपलब्ध है।

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Success Stories

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Neelu Jangir

'नमस्कार, मेरा नाम नीलू जांगिड़ है। मैं ग्राम डालूवाला की निवासी हूं जो की मधोराजपुरा ब्लॉक के उजाला सीएलएफ के दीपक ग्राम संगठन के अंतर्गत आता है और मेरे स्वयं सहायता समूह का नाम राधे-राधे हैं। मेरा स्वयं का फूल बत्ती बनाने का उद्योग है जो की एक लघु उद्योग की श्रेणी में आता है। ‌ जिसे आगे बढ़ाने हेतु मुझे रन की आवश्यकता थी तो मुझे राजस्थान महिला निधि से ढाई प्रतिशत की ब्याज दर पर ऋण उपलब्ध करवाया गया जिससे मुझे आर्थिक संबल प्राप्त हुआ तथा साथ ही मुझे मेरे लघु उद्योग को आगे बढ़ाने में सहायता‌ भी मिली। राजस्थान महिला निधि से ऋण मिलने के उपरांत जो मेरे लघु उद्योग में बढ़ोतरी हुई है उससे मेरी आजीविका भी बड़ी है साथ में मेरी आर्थिक स्थिति मैं भी सुधार हुआ है‌। इस ऋण के प्राप्ति हेतु ना तो मुझे कहीं जाने की आवश्यकता महसूस हुई ना ही कोई फाइल चार्ज देना पड़ा क्योंकि राजस्थान महिला निधि द्वारा‌ मेरी आवश्यकता को समझ कर मेरे घर पर आकर मुझे ऋण उपलब्ध करवाया गया जिससे मुझे काफी सहायता मिली। राजस्थान महिला निधि से प्राप्त हुए ऋण की ब्याज दर अत्यधिक कम होने के कारण मुझे इसकी किस्त भरने में भी काफी आसानी हो रही है तथा इसमें किस्त भरने का जो व्यवस्था है वह भी काफी उत्तम है क्योंकि डिजिटल पेमेंट के माध्यम से किस्त जमा करवाने से बैंक में जाने की आवश्यकता नहीं होती है, जिससे मेरा समय भी बचता है तथा साथ में आने जाने का खर्च भी और किस्त जमा करवाने के उपरांत हमें रसीद भी प्राप्त होती है जो की हमारे लिए एक सुविधा का स्रोत है। मैं राजस्थान महिला निधि का धन्यवाद करती हूं कि उन्होंने इस तरीके की योजना से मुझे लाभान्वित किया जिससे मेरी आर्थिक स्थिति सुदृढ़ हो सकी और मेरी आजीविका में भी बढ़ोतरी हो सकी और निवेदन करना चाहती हूं कि भविष्य में भी इस तरीके के ऋण हमें उपलब्ध करवाते रहें। सधन्यवाद नीलू जांगिड़ निवासी ग्राम डालूवाला, सीएलएफ उजाला,‌ग्राम संगठन दीपक राधे राधे स्वयं सहायता समूह ब्लॉक मधोराजपुरा,‌जिला जयपुर'

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Sunita Vishnoi

'मैं सुनीता बिश्नोई मैं गरीब परिवार से हूं और परिवार में पति के अलावा कमाने वाला कोई नहीं है और ना ही आजीविका बढ़ाने के साधन ये जिसके चलते परिवार का भरण पोषण बड़ी मुश्किल से होता था राजस्थान महिना निधि योजना ‌द्वारा ऋण प्राप्त के बाद कहते हैं कि भगवान के घर देर है अंधेर नहीं और इसी अंधेरे को दूर करने आई राज्जीविकर, राजीविका द्वारा भेजी गई सीजारपी टीम के माध्यम से समूह के बारे में समझा और समुह में जोड़ने के फायदे और आजीविका बढ़ोतरी के बारे में जानकारी प्राप्त हुई यह जानकारी मेरे ‌द्वारा घरवाली की बताया गया और परिवार की सहमति से दिनांक 20/11/2020 को शिव शक्ति सहायता समूह से जुड़ी और वर्तमान में मैं इस समूह की अध्यक्ष पर कार्यरत हूं जिसमें मैंने अपनी बचत करना प्रारंभ किया और बाद में राजीविका ‌द्वारा समूह से 15000 रुपए का इन्वेस्ट कर स्वय के घर ही दिनाक 12.06.2021 को किराणा व स्वीट की स्टोर स्टार्ट किया था सामान और पैसा दोनों की कमी थी पर मैं यहां नहीं रकी अब तक जी आत्मविश्वास समुह के माध्यम से मेरे अंदर जगा उसने मुझे समझाया कि जिस तरह समय का पहिया कभी नहीं थमता उसी प्रकार मुझे मेरी आजीविका को आगे बढ़ाना है और ऊंचाइयों पर ले जाना है और इसी सोच के साथ मैंने अपने कार्य को आगे बढ़ाने के लिए राजस्थान महिना निधि योजना वरदान साबित हुई महिला निधि से 40000 (आजीविका गतिविधि के लिए) रूपए कम ब्याज दर पर ऋण मुझे आसानी से मिल गया जिससे में अपने व्यापार में लगाकर आज अच्छा मुनाफा कमा पा रही हु जिससे मेरे घर का खर्चा चलाने में आसानी हो रही है इस कार्य से मुझे प्रतिमाह ₹7000 की आय हो जाती है अब घर का खर्चा आसानी से निकल रहा है और बचत भी हो रही है इसके अलावा मान सम्मान और प्रतिष्ठा पूरे गांव में बढ़ी है मैं राजस्थान महिला निधि का दिल से शुक्रिया अदा करना चाहती हूं कि मुझ जैसी कई नारियों को सफल बनाया'

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Bimla

'मेरा नाम विमला है में एक गरीब परिवार से हु. मेरा गांव अजमेर जिले के पीसांगन ब्लॉक में अर्जुनपुरा जांगीर है मेरी उम्र 45 साल है मेरे चार लड़किया और दो लड़के है। घर में कमाने वाला पति के अलावा कोई नहीं था, और पति इतना कम कमा पाते थे की जिस से घर का खर्चा चलाना बहुत मुश्किल था। फिर मेने अपने पति के साथ मिलकर जूती बनाने का काम शुरू किया, लेकिन्न पैसे नहीं होने की वजह से काम सही से नहीं चल पा रहा था। और कोई बैंक लोन नहीं दे रही थी और जो दे रही थी उनकी शर्ते और ब्याज बहुत अधिक था। फिर एक दिन समूह बनाने वाली टीम हमारे गांव में आई और समूह के फायदे के बारे मैं बताया और मुझे बाबा रामदेव समूह में जोड़ा गया दिनांक 07-04-2022 को फिर दिसंबर माह में महिला निधि बैंक के बारे मै समूह में जानकारी दी गई जो की महिलाओं का ही बैंक है, उसके बाद महिला निधि के फायदे के बारे में जानकर मेने लोन के लिए आवेदन किया और मुझे महिला निधि बैंक से बिना किसी परेशानी के बहुत कम ब्याज दर पर 40,000 रुपए का लोन मिला और उसके बाद हमने 25,000 रुपये से जूती काटने की मशीन खरीदी और कुछ रुपये और मिला कर लगभग 20,000 रूपये का जूती बनाने का सामान खरीदा और काम को आगे बढ़ाया. महिता निधि के लोन से बहुत फायदा हुआ और हमारी बहुत बड़ी परेशानी खत्म हुई। पहले हमें जूती की कटिंग के लिए अजमेर जाना पड़ता था और आने जाने का बहुत खर्चा होता था, और कटिंग करवाने के भी बहुत ज्यादा पैसे देने पड़ते थे और समय भी बहुत खराब होता. और काम भी समय पर नहीं हो पता था, लेकिन महिला निधि से प्राप्त लोन की राशी से आज हम खुद मशीन खरीद पाये जिससे हमारा चप्पल जूते का काम सफलतापूर्वक आगे बढ़ा रहा है. इससे हमारे परिवार की महीने की आमदनी भी अच्छी हो जाती है, जिससे परिवार के पालन पोषण अच्छे से हो पाता है'

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